Packet Switching Technology || पैकेट स्विचिंग टेक्नोलॉजी क्या है लाभ हानि ?

Packet Switching Technology || पैकेट स्विचिंग तकनीक क्या है लाभ हानि क्या उपयोग है तो चलिए विस्तार से जानते हैं, ? 

Packet Switching Technology || पैकेट स्विचिंग टेक्नोलॉजी क्या है लाभ हानि ?


(toc)

  • Packet Switching Technology ( पैकेट स्विचिंग टेक्नोलॉजी क्या है ) :-

TCP/IP प्रोटोकॉल का उपयोग करते हुए जब डाटा को एक कंम्प्यूटर से दूसरे कंम्प्यूटर में भेजा जाता है तो, पैकेट स्वीचिंग टेक्नॉलजी डाटा को छोटे-छोटे टुकड़ो में विभक्त कर देती है। जिसे पैकेट के नाम से जाना जाता है। प्रत्येक पैकेट पर प्रेषक (sender) का नाम और गन्तव्य स्थान का विवरण दिया गया होता है। जिसे IP Address के नाम से जाना जाता है।

इन पैकेटों को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में तब तक प्रेषित (send) किया जाता है जब तक सभी पैकेट अपने गन्तव्य स्थान (Distinction) तक न पहुंच जाये। गन्तव्य स्थान पर TCP/IP प्रोटोकॉल पुनः इन डाटा पैकेट को एक पूर्ण संदेश (Message) के रूप में जोड़ता है। 

एक संदेश (Message) के सभी पैकेट इंटेरनेट पर एक ही रूट से नही भेजे जा सकते। अथवा किसी संदेश (Message) के विभिन्न पैकेट विभिन्न रास्तों से होकर Receiver तक पहुंच सकते हैं। अथवा किसी संदेश का एक ही रूट नही हो सकता है। जिससे उसे पहले भेजा गया था।

Packet switching technology पैकेट को Switch करते समय Store and forward तकनीक का प्रयोग करती हैं। इंटेरनेट इसी तकनीक का उपयोग करता है।

इसे भी पढ़े- What is Search Engine ? Search इंजन क्या होता है |

Laptop Vs Desktop ? Which is Better BUYING GUIDE

  • Function of Packet Switching Technology ( पैकेट स्विचिंग तकनीक का कार्य ) ?

1. Fragmentation ( विखंडन ) :- 

कंम्प्यूटर नेटवर्क में पैकेट स्वीचिंग का यह पहला स्टेप होता है। यहां पर डाटा को छोटे- छोटे टुकड़ो (Packet) में विभाजित किया जाता है।

2. Addressing :- 

यहां पर डाटा को छोटे-छोटे पैकेट में विभाजित करने के बाद प्रत्येक पैकेट को एक एड्रेस Assign किया जाता है। जिसमें Source और Destination Address होता है।

3. Routing :- 

यहां पर Data Packet को Best Route provide किया जाता है।

 4. Switching :- 

यहां पर प्रत्येक पैकेट को एक नेटवर्क डिवाइस से दूसरे नेटवर्क डिवाइस में तब तक Switch किया जाता है जब तक सम्पूर्ण डाटा अपने गन्तव्य स्थान तक नहीं पहुंच जाता है।

5. Reassemble :- 

यहां पर गन्तव्य स्थान पर पहुंचने के बाद प्रत्येक डाटा पैकेट उसी क्रम में व्यवस्थित किया जाता है जिस क्रम में उसे भेजा गया था।

इसे भी पढ़े- What firewall ( Firewall क्या है, कितने प्रकार के होते हैं )

Home Technology What is Network | Network क्या है, पूरी जानकारी |

  • पैकेट स्विचिंग टेक्नोलॉजी के लाभ (Advantages) ?

  1.  यह नेटवर्क की बैंडविड्थ को व्यर्थ होने से बचाता है।
  2. इसका उपयोग करके डाटा पैकेट्स को आसानी से नेटवर्क में ट्रांसमिट किया जा सकता है। क्योंकि प्रत्येक पैकेट को अलग अलग मार्ग से भेजा जा सकता है।
  3. इसमें उच्च डाटा को आसानी से भेजा जा सकता है।
  4. कोई डाटा पैकेट छूट जाता है तो उसके लिए दोबारा से Request करता हैं।

  • पैकेट स्विचिंग टेक्नोलॉजी के हानि (Disadvantages) ?

  1. इसका Installation काफ़ी ज्यादा Costly पड़ सकता है।
  2. यह डाटा पैकेट के Delivery के लिए जटिल Protocol का उपयोग करता है।

  • Conclusion ( निष्कर्ष ) :-
                                           तो दोस्तों आज की इस पोस्ट में जाना की Packet Switching Technology || पैकेट स्विचिंग टेक्नोलॉजी क्या है लाभ हानि ? तो आशा करते हैं की हमारे द्वारा बताई गयी जानकरी आपको सही लगी होगी, अगर आपको किसी और प्रकार का कोई प्रश्न हो तो कमेंट में जरूर बताये धन्यवाद || 

Tags

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!